मासों (महीनों) का फलादेश

 मासों (महीनों) का फलादेश


1. चैत्रमास (अप्रैल)- चैत्र मास में जन्म लेने वाला बालक क्रोधी, अहंकारी, शुभ कर्म करने वाला तथा स्त्रियों के वश में रहने वाला होता है। 


2. वैसाख मास (मई ) - वैशाख मास में उत्पन्न बालक धनवान, विषय भोगी, सुन्दर नेत्रों वाला स्त्रियों के वशीभूत रहने वाला होता है।


3. ज्येष्ठ मास (जून) - इस मास में जन्म लेने वाला बालक धनवान, प्रतिभावान, दीर्घायु (लम्बी आयु) वाला होता है।


4. आषाढ़ (जुलाई ) - आषाढ़ मास में जन्में जातक पुत्र-पौत्र से धर्मात्मा, सुन्दर और अल्प सुख प्राप्त करने वाला होता है।


5. श्रावण (अगस्त)- श्रावण मास में उत्पन्न जातक सुख-दुःख, हानि- लाभ में चित्त रखने वाला, स्थूल शरीर (मोटा) और सुन्दर होता 


6. भाद्रपद मास (सितम्बर) - भाद्रपद मास में उत्पन्न बालक दुर्बल शरीर वाला, स्त्री प्रेमी तथा स्वजनों से मधुर सम्बन्ध रखने वाला होता है।


7. आश्विन (अक्तूबर) - आश्विन मास में उत्पन्न जातक विद्वान, धनवान, लेखक, कवि तथा ऐश्वर्यशाली होता है। 


8. कार्तिक (नवम्बर) - कार्तिक मास में उत्पन्न प्रेमी और क्रय-विक्रय के कार्य में महारथी होता है।


9. मार्गशीर्ष (दिसम्बर) - इस मास में उत्पन्न व्यक्ति परोपकारी, उदार हृदय, सत्संगी और सुशील होता है।


10. पौष (जनवरी) - परमार्थ भावना से युक्त, दुर्बल, पितृधन से हीन, कपटी और अपव्ययी होता है।


11. माघ (फरवरी)- माघ मास में जन्म लेने वाला जातक तांत्रिक, आचार्य, बुद्धि से शत्रु का दमन करने वाला, सच्चरित्र और निष्पाप होता है। 


12. फाल्गुन (मार्च) - इस माह में उत्पन्न जातक गौरवर्ण, परोपकारी, विद्यावान, धनवान होता है। जातक को विदेश भ्रमण का अवसर भी प्राप्त होता है।

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