हिंदू धर्म में सूर्य को सभी ग्रहों में राजा माना जाता है





💥भगवान सूर्य का आशीर्वाद प्राप्‍त करने के लिए 💥



ग्रहों-नक्षत्रों की अनुकूल स्थिति जीवन में फलदायी सिद्ध होती है, जबकि प्रतिकूल स्थिति से दोष उत्पन्न होते हैं.

हिंदू धर्म में सूर्य को सभी ग्रहों में राजा माना जाता है.

सूर्य ग्रह यश, बल, गौरव और मान-सम्मान का प्रतीक है. कुंडली में सूर्य दोष होने पर व्यक्ति को हर राह पर कठनाइयों का सामना करना पड़ता है. सूर्य दोष होने पर किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती है.


सूर्य ग्रह को शांत रखने के लिए माणिक्य रत्न धारण करना शुभ माना जाता है. घर की पूर्व दिशा को वास्तु के अनुसार व्यवस्थित करके रखें. इससे भी सूर्य शांत रहेंगे और शुभ फल मिलता रहेगा.

सूर्य की बात करे तो यह प्रकाश देता है तो इसके उदय से अंधकार दूर होता है यह सबसे बड़ा ग्रह है इसको राजा भी कहा गया है जब यह कुंडली मे शुभ हो तो अपने आकार की तरह सब कुछ बड़ा ही देता है आज इसका हर ग्रह से युति की बात करे तो .........

#सूर्य और चन्द्रमा = जब साथ हो तो यह अमावस्य दोष हो जाता है धन की लिए भी यह शुभ नही होता और मानशिक तनाव भी रहता है

#सूर्य और मंगल = जब साथ हो तो जातक क्रोधी स्वभाव का होता है अग्नि तत्व प्रधान होता है जिस भाव पर दृष्टि होती है उस भाव के अंग पर आग लगने के चांस बढ़ जाते है जातक हिसंक भी हो जाता है

#सूर्य और बुध = जब साथ हो तो यह बुधादित्य योग बन जाता है जो की बहुत ही शुभ फल दायक होता है सरकारी नौकरी अच्छी बुद्धि भी देता है

#सूर्य और गुरु = जब साथ हो तो यह शिक्षा आद्यात्म के लिए बहुत अच्छा योग होता है धन आदि के लिए भी यह ठीक रहता है क्योकि सूर्य पृथजनात्मक ग्रह है तो गुरू को अपनी अग्नि से जलायेगा

#सूर्य और शुक्र = जब साथ हो तो जातक को स्त्री सुख की कमी रहती है शारीरिक कमजोरी भी अधिक होती है

#सूर्य और शनि = की योग जीवन मे सगर्ष बहुत देता है पिता से भी मतभेद देता है जिस भाव पर दृष्टि होती है उस भाव के फलों को कम कर देता है पर यह युति सगर्ष के बाद सफलता जरूर देता है सूर्य राहु का योग शनि की तरह और सूर्य केतु का योग मंगल की तरह समझना चाहिएकैसे मजबूत करें सूर्य ग्रह

💥💥💥💥💥

सूर्य ग्रह कमजोर होने की दशा में जातक को लाल, पीले रंग के वस्त्र, गुड़, सोना, गेंहू, लाल कमल, मसूर दाल आदि का दान करना चाहिए.सूर्यदेव को प्रसन्‍न करने के लिए हर रविवार को उपवास करना एक पवित्र उपाय है। रविवार के उपवास में एक बात का ध्‍यान रखें कि नमक का सेवन न करें। सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान करें और सूर्यदेव को अर्घ्‍य देने के बाद स्‍नान करें। फिर आरती करने के बाद उपवास करने का संकल्‍प लें। अगर आप बीमार रहते हैं या फिर किसी अन्‍य वजह से नमक के बिना नहीं रह सकते हैं तो आप शाम के वक्‍त फलाहार में व्रत वाला नमक ले सकते हैं।

सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए प्रत्येक रविवार के दिन लोटे में साफ जल लेकर उसमें चंदन, लाल फूल, अक्षत और दूर्वा डालकर सूर्य देव को अर्पित करें.


भगवान सूर्य का आशीर्वाद प्राप्‍त करने के लिए आपको रोजाना सूर्य की पूजा करनी चाहिए और आदित्‍य हृदय स्‍त्रोत का पाठ करना चाहिए। इसके साथ ही आपको हरिवंश पुराण का पाठ करना चाहिए। हर रविवार को आपको सूर्यदेव की आरती भी करनी चाहिए।

ASTRO --VIJAY KRISHNA 
MOB. NO. - 8004905196🙏

टिप्पणियाँ