चांदी की मछली घर में रखने से टल जाते हैं संकट

 

चांदी की मछली घर में रखने से टल जाते हैं संकट

 



चांदी सबसे शुभ और शीतल धातु मानी गई है। उसी तरह शुभ और मंगलमयी प्रतीकों में मोर,गाय,हाथी के अलावा मछली को भी शामिल किया गया है...। 

बेहद खूबसूरत दिखने वाली यह मछली पूरी चांदी से  बनी होती है। अपनी खूबियों के कारण इसे ‘सुपर फिश’ का नाम दिया गया है। इस ‘सुपर फिश’ के बारे में मान्यता है कि इसकी पूजा से भाग्योदय हो जाता है

जानकार लोग चांदी की मछली पूजा स्थल में रखते हैं...दिवाली की पूजा में रखते हैं...और कई प्रदेशों में इसे शादी में कन्या और दामाद को देने का रिवाज है.

- भारतीय परम्परा में आस्था और विश्वास के आधार पर खास पर्वों पर चांदी की मछली रखना शुभ माना जाता है।

- प्राचीन काल में व्यापारी भी भोर के समय सबसे पहले चांदी की मछली देखना पसंद करते थे।

चांदी की मछली के क्या लाभ हैं

-यह प्रचूर मात्रा में धन आगमन का प्रतीक है।

यह घर में रखने से चारों दिशाओं से मंगलकारी सूचनाएं आती हैं।

-चांदी की मछली के सुबह सबसे पहले दर्शन किए जाए तो दिन शुभ,अनुकूल रहता है और प्रसन्नता से व्यतीत होता है।

व्यापार में मनचाही प्रगति के लिए भी दुकान खोलते ही इसके दर्शन शुभ माने गए हैं।

करियर में तरक्की के लिए भी चांदी की मछली सजा कर रखी जाती है।

कहीं कहीं शादी में कन्या और वर को कन्या के पिता चांदी की मछली भेंट में देते हैं ताकि उनके जीवन में मिठास बनी रहे।

मछली के बारे में कहा जाता है कि जिस घर में वह पाली जाती है उस घर की आपदा अपने ऊपर ले लेती है....लेकिन कोई भी धर्म अपनी आपदा किसी मूक जीव पर नहीं डालना चाहेगा शायद इसीलिए चांदी की मछली प्रतीकात्मक स्वरूप रखी जाने लगी...

चांदी की मछली आरोग्य का भी वरदान ले कर आती है।

पर्स में छोटी सी चांदी की मछली रखने से भी धन की आवक बनी रहती है।

OM NARAYAN HARI 

💥 VIJAY KRISHNA 🙏

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