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50+ बड़ी चंचल होती है,

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   ये बढ़ती उम्र 50+ बड़ी चंचल होती है, लगता है दिन में कई बार बदलती है।।😚😚 सुबह ली अंगड़ाई तो कंधा चटका, ऐसा लगा वक़्त ने साठ पे ला पटका।।👩‍🦯👩‍🦯 जूते कसे और सैर कर डाली,🏃‍♀️🏃‍♀️ यूँ लगा जैसे उम्र पचास को होने वाली।।🤓🤓 होके तैयार कुछ मेकअप कर डाला,💅💋 दर्पण बोला तू चालीस की लगे बाला।।🥰 रसोई में जाकर कचौड़ी तल डाली,🫕🥘 यूँ लगा जैसे उम्र हो तीस की मतवाली।।😍😍 मिले दोस्त पुराने,दोहराए किस्से पुराने,👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍💋‍👩🤝🤝 अरे मैं तो बीस जैसी लगी लहराने।।💃💃 घर लौटी शाम को जब थक कर चूर, यूँ लगा कि उम्र सत्तर भी कहाँ हैं दूर।।👩‍🦽👩‍🦽 ये बदलती उम्र दिन भर, हर दिन नयी तकनीक और पुराने अनुभव, यही सिखाते हैं हर बार,💁🏻‍♀️💁🏻‍♀️ ज़िंदगी जी भर जी लो यार मौका मिले ना बारबार !!!❤🥰 💥VIJAY KRISHNA 💢  

सुकून के ~ कुछ पल

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 ...     ︵︷︵︷︵︷︵︷︵​︷︵       ♤  सुकून के ~ कुछ पल  ♤     ︶︸︶︸︶︸︶︸︶︸︶       कितनी भाग दौड़ मचा रखी है                 जिंदगी में.         नौकरी ● पढ़ाई ● कमाई.        जरा ठहरो तो, साँस तो ले लो.          खुद को भी कुछ समय दो.             कितना वक्त हो गया ना ...                    खुद से मिले.     कब अपने आप से बात की तुमने ?     इत्मीनान से .... बोलो ? बोलो भी ?          आह्ह... नहीं याद है ना ...     क्योंकि तुम्हारे पास समय ही नहीं था.         तुम तो आँख बन्द किये     घड़ी की सुई के साथ भाग रहे थे.   कौन सा विजयपथ है वो, जिस पर  सबके सब भेड़ चाल बनके भाग रहे हैं ?      चलो ... आज समय निकाल कर,                   मिल भी लो खुद से.         आइना उठाओ ! निहारो !   ◆ कितना थक गयी हैं , ये आँखें ◆  दिन रात मोबाइल और कम्प्यूटर घूर के.       चलो किसी पार्क में, अकेले       सुकून के कूछ पल बिता लो.     ❌ ना .... हरगिज़ नहीं ... ❌        मोबाइल मत ले जाना, वर्ना            फिर कैद हो जाओगे.  ❗         देखो ! बच्चे खेल रहे हैं.   अरे अरे , वो लाल टीशर्ट वाला बच्चा         कैसे दौड़ के बॉल पकड़ रहा है.  

मोती की माला के फायदे

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मोती की माला के फायदे  • मोती माला धारण करने से परिवार में सम्बंध मजबूत रहते है। ब्लड प्रेशर, हृदय, एवं आंखों से संबंधित बीमार जातक को यह माला पहनना बहुत ही लाभकारी है। • मोती की माला मानसिक रोग और शांति के लिए यह माला बहुत ही लाभकारी है। • मोती की माला को पहनने से पेट सम्बंधित कोई समस्या नहीं होती है, मन शांत रहता है, छोटी-छोटी बातों पर क्रोध नही आता, प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है। • मोती की माला को धारण करने से माँ से ज्यादा बनने लगती है, माँ से धन लाभ के योग बनने लगते है। • मोती की माला को धारण करने से मस्तिष्क मजबूत होता है, यादाश बढ़ने लगती है। • मोती की माला को धारण करने से शरीर के हार्मोनस में सन्तुलन बना रहता है। • आर्ट्स वाले विद्यार्थी के लिए मोती माला बहुत ही लाभकारी है। • जो व्यक्ति पानी, कोल्डड्रिंक, जूस, मछली पालन, पशु पालन, यात्रायें, बाहरी देशों से लेने-देन जैसे कार्य करते हो उनके लिए मोती माला राजयोग का निर्माण करती है • फंसे हुए पैसों को निकलवाने के लिए मोती माला को पूर्णिमा की रात्रि में धारण करनी चाहिये। • नौकरी में तरक्की, अच्छी नौकरी की प्राप्ति और व्यापार व्यव

*सर्व-ग्रह दोष शांत करने का सबसे आसान उपाय*

  *सर्व-ग्रह दोष शांत करने का सबसे आसान  उपाय*           "करके तो देखिऐ" *"इश्वर के कार्य में सहयोगी बनें"- पसु-पक्षियों को आहार-पानी देकर कुंडली में दूषित ग्रहों के प्रभाव से सहज बचा जा सकता है।*        *इस कार्य को करने से  हम प्रभु के कृपा पात्र ही नहीं बनते हैं वल्कि हम ईश्वर का प्रतिनिधी बनकर ईश्वर का कार्य ही करते हैं। सोचिऐ भूखे-प्यासे को भोजन-पानी देना तो भगवान का ही कार्य है ना।।*     *और भगवान का कार्य करने वाले को सारी परेशानियों और प्रारब्ध के दोषों से इश्वर स्वयं रक्षा करता है। तथा पाप क्षीण हो जाते हैंं पुण्य प्राप्ती होता है। ... पापों के क्षरण होते ही दैहिक ,दैविक , और भोंतिक कष्ट क्षू-मंतर होने लगते हैं।।*           -:लाभ:-  1-आपके मन में अक्सर भय सा या बेचैनी-सी रहती है।  2-आपके काम ठीक समय पर पूरे नहीं होते या पूरे होते-होते रुकते हैं।  3-पारिवारिक क्लेश (विवाद) नियमित रूप से चलता रहता है।  4-परिवार में सदैव किसी का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। 5-भरकस परिश्रम करने पर भी धनोपार्जन करना मुश्किल हो रहा है। 6-एक नई परेशानी हल होने से पहले दूसरी तैयार र

जगन्नाथ मंदिर का महा रहस्य

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  भगवान जगन्नाथ मंदिर का महा रहस्य भगवान् कृष्ण ने जब देह छोड़ी तो उनका अंतिम संस्कार किया गया, उनका सारा शरीर तो पांच तत्त्व में मिल गया, लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक जिन्दा आदमी की तरह धड़क रहा था और वो बिलकुल सुरक्षित था , उनका हृदय आज तक सुरक्षित है, जो भगवान् जगन्नाथ की काठ की मूर्ति के अंदर रहता है और उसी तरह धड़कता है, ये बात बहुत कम लोगो को पता है! महाप्रभु का महा रहस्य सोने की झाड़ू से होती है सफाई....! महाप्रभु जगन्नाथ(श्री कृष्ण) को कलियुग का भगवान भी कहते है.... पुरी (उड़ीसा) में जग्गनाथ स्वामी अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ निवास करते है, मगर रहस्य ऐसे है कि आजतक कोई न जान पाया...! हर 12 साल में महाप्रभु की मूर्ती को बदला जाता है,उस समय पूरे पुरी शहर में ब्लैकआउट किया जाता है, यानी पूरे शहर की लाइट बंद की जाती है,लाइट बंद होने के बाद मंदिर परिसर को crpf की सेना चारो तरफ से घेर लेती है,उस समय कोई भी मंदिर में नही जा सकता...! मंदिर के अंदर घना अंधेरा रहता है...पुजारी की आँखों मे पट्टी बंधी होती है...पुजारी के हाथ मे दस्ताने होते है..वो पुरानी मूर्ती से "ब्रह्म पदा
                                      👉ज्योतिष के वक्री ग्रहो के नियम💥                                           सूर्य से 2 राशि में स्तिथि ग्रह शीघ्र गति से चलते है । 👉सूर्य से 3 राशि में स्तिथ ग्रह समान्य गति से चलते है । 👉सूर्य से 4 राशि में स्तिथ ग्रह मंद गति से चलते है । 👉सूर्य से 5 राशि में स्तिथ थोड़ी वक्र गति से चलते है । 👉सूर्य से 6 राशि में स्तिथ 5 के समान ही चलते है । 👉सूर्य से 7 राशि और 8 राशि में स्तिथ ग्रह बहुत वक्र गति से चलते है । 👉सूर्य से 9 राशि और 10 राशि में ग्रह कुटिल गति कह सकते है ।      सूर्य से 11 राशि 12 राशि में ग्रह बहुत शीघ्र गति से चलते है शुभ ग्रह यदि शीघ्र गति से चलते है तो उनकी शुभता में कमी आ जाती है ।  जब कोई ग्रह शीघ्र  गति से चलता है तो वह अपना सन्तुलन खो देता है वो शुभ ग्रह हो या पापी ग्रह हो या किसी भी भाव का स्वामी हो जब कोई ग्रह वक्री हो तो वह ग्रह बहुत अधिक बलबान समझना चाहे वो किसी भी राशि में हो चाहे वो ग्रह शुभ ग्रह हो या पापी  ग्रह हो वक्री ग्रह मन्द गति होता है और वो सूर्य से दूर होने के कारण रशिमयो से युक्त होता है इसलिए  वक्री ग्रह

पूजा अर्चना में वर्जित काम

💢शास्त्रों के अनुसार पूजा अर्चना में वर्जित काम💢 १) गणेश जी को तुलसी न चढ़ाएं २) किसी देवी पर दुर्वा न चढ़ाएं ३) शिव लिंग पर केतकी फूल न चढ़ाएं ४) विष्णु को तिलक में अक्षत न चढ़ाएं ५) दो शंख एक समान पूजा घर में न रखें ६) मंदिर में तीन गणेश मूर्ति न रखें ७) तुलसी पत्र चबाकर न खाएं ८) द्वार पर जूते चप्पल उल्टे न रखें ९) दर्शन करके बापस लौटते समय घंटा न बजाएं १०) एक हाथ से आरती नहीं लेना चाहिए ११) ब्राह्मण को बिना आसन बिठाना नहीं चाहिए १२) स्त्री द्वारा दंडवत प्रणाम वर्जित है १३) बिना दक्षिणा ज्योतिषी से प्रश्न नहीं पूछना चाहिए १४) घर में पूजा करने अंगूठे से बड़ा शिवलिंग न रखें १५) तुलसी पेड़ में शिवलिंग किसी भी स्थान पर न हो १६) गर्भवती महिला को शिवलिंग स्पर्श नहीं करना है १७) स्त्री द्वारा मंदिर में नारियल नहीं फोडना है १८) रजस्वला स्त्री का मंदिर प्रवेश वर्जित है १९) परिवार में सूतक हो तो पूजा प्रतिमा स्पर्श न करें २०) शिव जी की पूरी परिक्रमा नहीं किया जाता २१) शिव लिंग से बहते जल को लांघना नहीं चाहिए २२) एक हाथ से प्रणाम न करें २३) दूसरे के दीपक में अपना दीपक जलाना नहीं चाहिए २४.१)च